Sangam Today News/- स्पर्श हिमालय फाउंडेशन लेखक गाँव थानो देहरादून द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय साहित्य संस्कृति एवं कला महोत्सव में 40 से भी अधिक देशों से हिंदी के साहित्यकार , कवि एवं पूरे भारतवर्ष के विभिन्न विश्वविद्यालयों से उपस्थित प्रोफेसर/प्राध्यापकों, शोध छात्रों की गौरवमयी मौजूदगी में संपन्न हुआ। इस महोत्सव में पहले दो दिवसों में नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा हिंदी की बाल कहानियों, बाल साहित्य का कुमाउनी व गढ़वाली के साहित्यकारों द्वारा अनुवाद कार्यशाला के माध्यम से करीब 40 पुस्तकों का अनुवाद किया गया। पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा हिंदी में लिखी गयी 20 पुस्तकों के कुमाउनी व गढ़वाली के अनुवादक साहित्यकारों को डॉ. निशंक जी द्वारा सम्मानित किया गया। स्पर्श हिमालय महोत्सव - 2024 का शुभारंभ पूर्व राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद व राज्यपाल, उत्तराखंड (सेवानिवृत्त ले.ज) गुरमीत सिंह व उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया। जबकि महोत्सव का समापन संस्कृति मंत्री भारत सरकार भैरोसिंह शेखावत द्वारा किया गया।महोत्सव में कृपाल सिंह शीला सहायक अध्यापक राजकीय जूनियर हाईस्कूल -मुनियाचौरा, क्षेत्र - भिकियासैंण (अल्मोड़ा) उत्तराखंड द्वारा लिखित कुमाउनी काब्य संग्रह "गिरै कौतिक " का संस्कृति मंत्री भारत सरकार द्वारा विमोचन किया गया।तथा उनके इस प्रयास की अतिथियों नें प्रसंशा की।साथ ही मंच से कृपाल सिंह शीला को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा,पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल' निशंक' व विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी आदि मौजूद रहे।