उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के 25वर्षों बाद भी ग्रामीण मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं।गेवाड़ विकास समिति लंबे समय से चौखुटिया क्षेत्र की 30सूत्रीय मागों के निराकरण की मांग को लेकर आवाज बुलंद कर रही है।लेकिन सरकारी सिस्टम की अनदेखी के चलते निराकरण नहीं हुआ है।पूर्व तय कार्यक्रम अनुसार राज्य स्थापना दिवस के मौके पर शनिवार को गेवाड विकास समिति के बैनर तले गेवाड़ घाटी जुलूस, प्रदर्शन व धरने के दौरान सैकड़ों ग्रामीणों की नारों से गूंज उठी।यहां आरती घाट पर रक्त से पत्र लिखकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री,राज्यपाल सहित जजों को भेजे गए। खून से लिखे पत्रों में क्षेत्र की शिक्षा,स्वास्थ्य ,विद्युत, यातायात,पेयजल, सिंचाई आदि समस्याओं के समाधान की मांग की गई।पत्रों में कहा गया की बार-बार मांग, जुलूस, धरना, प्रदर्शन के बाद समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।जनता मूलभूत समस्याओं से जूझ रही है।शीघ्र समस्याओं के समाधान की मांग की गई। खून देने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी रही तथा नारेबाजी भी की गई।धरना स्थल क्रांतिवीर चौराहे पर उप जिलाधिकारी सुनील कुमार राज को जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौपा गया।